हेल्थ इंश्योरेंस क्या होता है? Health Insurance Kya Hota Hai
आज के इस आर्टिकल में मैं आपको बताने जा रहा हूं | कि हेल्थ इंश्योरेंस क्या होता है? Health Insurance Kya Hota Hai, स्वास्थ्य बीमा क्या होता है? साथ ही मैं आपको इससे जुड़े बहुत से महत्वपूर्ण बातें आपको बताऊंगा जैसे की कौन-कौन सी बीमारियां इस स्वास्थ्य बीमा में कवर नहीं होती है और स्वास्थ्य बीमा की पॉलिसी क्या-क्या है जो बहुत सी कंपनियां आप से छुपाती हैं तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से |
स्वास्थ्य बीमा एक ऐसी पद्धति है जो स्वास्थ्य बिगड़ने पर आपको सहायता प्रदान करती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह प्रोसेस कैसे होता है कैसे यह हमें सहायता प्रदान करती है कैसे हमें मुआवजा मिलता है आप में से ज्यादातर लोगों को इसकी पूरी जानकारी नहीं होगी बस कुछ बातें पता होगी कि हेल्थ इंश्योरेंस होता है और इससे जब बीमार पड़ जाते हैं | तब कंपनी रुपए देती है लेकिन आपको पता होना चाहिए कि किन आधार पर कंपनियां रुपए देती है और क्या-क्या उसकी स्कीम है और कौन-कौन सी बीमारियां उसमें कवर नहीं होती है एक बात और बता दूं कि जब समय आता है तब बहुत सी समस्याएं सामने आती है और कंपनी बहाने बनाती हैं कि कैसे बात को टाला जाए |
जब भी कोई व्यक्ति कोई नई गाड़ी लेता है तो उसका इंश्योरेंस कंपनी द्वारा ही आता है और कुछ साल बाद जब वह इंश्योरेंस एक्सपायर हो जाए तो वह फिर से उस गाड़ी का इंश्योरेंस कराता है इंश्योरेंस इसलिए कराता है | ताकि उसकी मेहनत की कमाई बेकार ना हो जाए उसकी मेहनत से कमाई हुई गाड़ी कि उसे वैल्यू मिल सके उसको मुआवजा मिल सके और उसके नुकसान की भरपाई हो सके |
गाड़ी का इंश्योरेंस हर कोई कर आता है क्योंकि सरकार इस पर जोर देती है अगर आपने इंश्योरेंस नहीं कराया तो आपका चालान करता है इस डर से हर व्यक्ति इंश्योरेंस कराता है लेकिन वह भूल जाता है कि गाड़ी से ज्यादा जरूरी जिंदगी होती है हेल्थ इंश्योरेंस होना बहुत जरूरी है| अगर आपको कोई बीमारी हो गई तो आप उसका इलाज कर आओगे तो उसके लिए आपको अपनी गाड़ी भी बेचनी पड़ सकती है |
स्वास्थ्य बीमा क्या है और इसके फायदे क्या है?
वक्त एक जैसा नहीं रहता है वक्त कभी भी बदल सकता है तो हमेशा तैयार रहें और हर चीज के लिए तैयार रहें अपने भविष्य में सभी के लिए तत्पर रहें और अपने और अपनों के स्वास्थ्य के प्रति तो अवश्य सचेत रहें | चलिए मैं आपको बता देता हूं कि आप स्वास्थ्य बीमा कैसे ले सकते हैं सबसे पहले तो आप इंटरनेट पर सर्च करें कि सबसे अच्छी स्वास्थ्य बीमा कंपनी कौन सी है और वह क्या-क्या फीचर्स फैसिलिटी देती है आप यूट्यूब पर बहुत सारी वीडियोस भी देखें तब आप तय करें कि आपको इस कंपनी का बीमा लेना है |
जब आप उस कंपनी में जाएंगे तब वह आपके सामने एक फाइल रख देंगे जिसमें बहुत सारी शर्ते रखी होंगी और उनको आपको ध्यान से पढ़ना होगा उनकी टर्म्स एंड कंडीशन बहुत ही पतले अक्षरों में लिखी होती है तब आप उनसे अपने सारे सवाल जवाब कर लो और संतुष्ट हो जाओ तभी स्वास्थ्य बीमा लें | आपको हर महीने इतने रुपए देने होंगे उसे हम प्रीमियम कहते हैं और यह उस फाइल में लिखा होता है कि जब तक आप हैं तब तक आप को प्रीमियम देना है ऐसी ही कुछ बात लिखे होंगे तो आप उन्हें पढ़ लीजिएगा
मान लीजिए आप बीमार हो गए और आपने अपना हेल्थ इंश्योरेंस कराया हुआ है तब कंपनी आपका सारा खर्चा उठाएगी जैसे कि हॉस्पिटल का बिल और उस बिल के अंदर जितनी भी चीजें आती है जैसे कि हॉस्पिटल की दवाइयां बेड और किराया आदि को कवर करता है 1 तरीके से आपकी जेब से कुछ नहीं जाता है सारा खर्चा इंश्योरेंस कंपनी देती है | आजकल छोटे से छोटे इलाज का बिल लाखों में चला जाता है आपकी गाड़ी बिक जाती है आप घर पर जाता है और आप उसका इलाज कराते रहते हैं | आपने जितना भी कमाया है वह एक चुटकी में सब चला जाएगा | यदि एक व्यक्ति आज स्वस्थ है तो वह कल को बीमार भी हो सकता है इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वह आजीवन स्वस्थ ही रहेगा और उसे कोई बीमारी नहीं होगी मेरी मानो तो आपको स्वास्थ्य बीमा ले लेना चाहिए महीने का लगभग हजार रुपे जाएगा जो मैंने बीमा लिया है मैंने उसका दाम आपको बताया है |
स्वास्थ्य बीमा कितने प्रकार के होते हैं?
जितनी तरह की पॉलिसी होती है उतनी ही प्रकार के बीमा होते हैं और यह बीमा दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं इनकी कैटेगरी फैलती जा रही है |
बीमा दो प्रकार के होते हैं-
इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस: इसमें सिर्फ एक व्यक्ति को ही बीमा पॉलिसी कला मिलता है दूसरा है|
फैमिली फ्लोटर प्लान: इस पॉलिसी के अंतर्गत परिवार के सभी सदस्यों को इस पॉलिसी का लाभ मिलता है और सदस्यों की कोई सीमा भी निर्धारित नहीं होती है|
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के फायदे
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत बहुत सी फैसिलिटी मिलती है बहुत से फायदे होते हैं मान लीजिए किसी व्यक्ति ने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी करा रखा है और एक घटना उसके साथ घटित हो जाती है स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी प्रकार की घटना दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में आर्थिक सहायता मिल जाती है मुआवजा मिल जाता है जिसे कंपनी देती है मान लीजिए किसी व्यक्ति की दुर्घटना हो जाती है और उसे अस्पताल लाया जाता है तो उसे रुपए जमा करने की कोई जरूरत नहीं है उसका इलाज तुरंत चल जाता है कागज की कार्रवाई बाद में हो जाती है और उन कागज कार्यवाही से पता चल जाता है कि कंपनी को कितना पैसा देना है उस हॉस्पिटल को |
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का फायदा सिर्फ उन्हीं अस्पतालों से आपको मिलेगा जो अस्पताल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कंपनी के अंतर्गत आते हो या वह पैनल के अंदर आते हैं एक बार आप पता जरूर करें कि जिस हॉस्पिटल में आप मरीज को ले गए हैं क्या वह हॉस्पिटल पैनल के अंदर आता है उस कंपनी के अंदर आता है जिसमें आपने बीमा कराया है आप यह सब तभी पता करने जब आप एग्रीमेंट पर सेंड कर रहे हो |
हेल्थ इंश्योरेंस के अंदर कौन-कौन सी बीमारियां कवर नहीं होती है?
जब आप हेल्थ इंश्योरेंस लेने के लिए जाएं तो आप उस एग्रीमेंट को अच्छे से पढ़ ले जिस पर आप साइन करने वाले हैं यह जो भी इंश्योरेंस आप लेने वाले हैं आप उसमें यह पूछे कि हॉस्पिटल कौन-कौन से हैं जो उस पैनल के अंदर आते हैं अब तभी पता कर ले और यह भी पता कर लेंगे कौन-कौन सी बीमारियां इसके अंतर्गत नहीं आती हैं साथ ही आप उनसे हिडन चीजें भी पूछ ले कि आप हमसे कुछ छुपा तो नहीं रहे हो आदि
- मिर्गी रोग
- कोई स्थायी बीमारी
- लंबे समय तक किडनी की समस्या
- हेपेटाइटिस बी
- अल्जाइमर
- पार्किंसंस रोग
- एचआईवी और एड्स
- सुनने की समस्या
- कोई भी शरीर स्थायी विकलांगता
मैं आपको एक बात और बता दूं कि अगर आप किसी भी प्रकार से जैसे कि आयुर्वेदिक या कोई यूनानी या कोई बाबा के चक्कर में आकर अपना आयुर्वेदिक उपचार कराते हैं तो वह इलाज के समय पकड़ लिया जाएगा यानी के जब आपका ब्लड टेस्ट होगा तो पता चल जाएगा कि आपने अपना आयुर्वेदिक इलाज कराया है और वह सब इंश्योरेंस या स्वास्थ्य में कवर नहीं होता है आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी स्वास्थ्य बीमा पर फर्क पड़ सकता है | अगर आप अपना इलाज रोबोटिक तरीके से कर आते हैं या फिर ले सर द्वारा कर आते हैं तब भी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी इस चीज को कवर नहीं करेगी |
मान लीजिए आप अपना मोटापा का सर्जरी कराते हैं या फिर आप कोई कॉस्मेटिक सर्जरी कराते हैं आंखें नाक की तो इसके लिए हेल्थ इंश्योरेंस कवर नहीं करता है इसके लिए आपको और पैसे खर्च करने होंगे एक्स्ट्रा प्रीमियम इंश्योरेंस लेना होगा हर कंपनी आपको अलग अलग तरीके के एग्रीमेंट दिखाएगी आपको उन सब को ध्यान से पढ़ना है |
मान लीजिए आप बीमार हैं और तब आप जाते हैं अपना स्वास्थ्य बीमा कराने तो आपको उसका कवर नहीं मिलेगा यानी कि वह बीमारी आपके हेल्थ इंश्योरेंस की पॉलिसी में नहीं आएगा |
मानलीजिए आप नशा करते हैं आप बीड़ी पीते हैं और मदिरापान करते हैं तब आपको हेल्थ इंश्योरेंस का फायदा नहीं मिलेगा अगर आप पहले से पीते आए हैं और आप कंपनी में बता देते हैं कि मेरा हेल्थ इंश्योरेंस कर दो और मेरी यह आदत है तब आपका हेल्थ इंश्योरेंस कर देंगे लेकिन उसके लिए आपसे ज्यादा चार्ज लेंगे क्योंकि संभावनाएं जाते हैं आपके बीमार होने की |
स्वास्थ्य बीमा लेना क्यों जरूरी है?
जब लोगों से पूछा गया कि क्या स्वास्थ्य बीमा लेना जरूरी है तो कुछ लोगों ने कहा कि कोई जरूरत नहीं है लेने की हम तो अपना सस्ते अस्पताल में अपना इलाज करा देंगे और कुछ लोग कह रहे थे कि हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी यानी के स्वास्थ्य में लेना जरूरी है क्योंकि भविष्य किसी ने नहीं देखा और भविष्य में कुछ भी घटित हो सकता है किसी के साथ में |
मैं आपको एक बात बताता हूं कि विकसित देशों में जैसे कि अमेरिका में स्वास्थ्य बीमा अनिवार्य है जैसे गाड़ी को भीमा अनिवार्य है वैसे ही स्वास्थ्य बीमा भी अनिवार्य है ऐसा भी नहीं है कि आपको इसके लिए कई हजार रुपए महीने देने होते हैं यह बहुत ही सस्ता होता है और अच्छा होता है|
उदाहरण –
मान लीजिए एक व्यक्ति है और उसकी आयु 30 वर्ष है उनके परिवार में एक बीवी और एक बच्चा है अगर वह व्यक्ति तीनों के लिए 300000 का इंश्योरेंस करा लेता है तो उन्हें लगभग साल का ₹5000 देना पड़ सकता है यह ₹5000 प्रीमियम कहलाता है यानी कि हर साल आपको इतना देना होता है ₹5000 ज्यादा भी नहीं है इससे ज्यादा तो आप इंश्योरेंस अपनी गाड़ी का करा देते हैं आप जरा सोच कर देखिए जब आप ही स्वस्थ नहीं रहेंगे तो गाड़ी कौन चलाएगा और अगर आप स्वस्थ नहीं रहे तो क्या पता आपको अपनी गाड़ी बेचनी पड़ जाए |
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