Company Secretary Kya Hota Hai कंपनी सेक्रेटरी क्या होता है?
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है की Company Secretary Kya Hota Hai कंपनी सेक्रेटरी क्या होता है? तो चलिए जानते है इसके बारे में विस्तार से, सीएस (कम्पनी सचिव) कंपनी का सेक्रेटरी होता है जो कंपनी की सभी जिम्मेदारियों को संभालता है और देखता है कि कानून के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, कंपनी का विकास हो रहा है या नहीं, कंपनी सेक्रेटरी उन हाउसवेयर्स की तरह होते हैं जो किसी संगठन में कॉर्पोरेट डिपार्टमेंट की हर गतिविधियों, काम करने के तरीके पर ध्यान रखता है देखरेख करता है जैसे लो मैनेजमेंट फाइनेंस आदि की जानकारी का होना जरूरी होता है |
सीएस एग्जाम की फीस कितनी होती है?
इसका जो फीस स्ट्रक्चर है वह क्या है इसके 3 लेवल है उसके हिसाब से अलग-अलग चीज है तो फाउंडेशन जो प्रोग्राम है इसकी ₹4500 और जो दूसरा आता है एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम इसमें आपका पीस अलग-अलग सही कैसे हैं अगर आप कॉमर्स के हैं तो आपका फीस अलग होगा अगर आप महान कॉमर्स है तो आपका फीस अलग होगी इस तरीके से उसमें अलग-अलग तरीके से प्रोग्राम की जो पीस है वह है 9,000 और फिर 10,000 और 8500 – 9000 है कॉमर्स ग्रेजुएट के लिए और 10,000 है नॉन कॉमर्स वालों के लिए और जो 8500 है वो सीएस फाऊंडेशन पास स्टूडेंट के लिए है | और अगर जो तीसरा स्टेप है उसकी बात करें तो तीसरे टेस्ट की फीस है 12,000 राखी गयी है | जो प्रोफेशनल प्रोग्राम है इसका फीस स्ट्रक्चर है 12,000 रुपए है |
सीएस एग्जीक्यूटिव और सीएस प्रोफेशनल
तो सबसे पहले मैं आपको यह बता देती हूं कि सीएस एग्जीक्यूटिव में दो मॉडल सोते हैं मॉडल वन और मॉडल टू जिन्होंने मई तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन किया है बहुत साल दिसंबर में किसी एक मॉडल का एग्जाम दे सकते हैं और जिन्होंने नवंबर तक रजिस्ट्रेशन किया है वो अगले साल जून में किसी एक मॉडल का एग्जाम दे सकते हैं और इसके लिए आपको कंप्यूटर ट्रेनिंग भी लेनी पड़ती है |
सीएस प्रोफेशनल
इसमें 2 की जगह 3 मॉडल होते हैं जैसा कि मैंने आपको बताया सीएस एग्जीक्यूटिव में दो मॉडल होते हैं लेकिन सीएस प्रोफेशनल में तीन मॉडल होते हैं सीएस एग्जीक्यूटिव एग्जाम पास होने के पूरे 9 महीने बाद ही आप सीएस प्रोफेशनल के लिए एडमिशन ले सकते हैं |
मीडियम ऑफ एग्जाम ( सीएस की परीक्षा हिंदी या अंग्रेज़ी में )
एग्जाम का मीडियम क्या होगा एग्जाम है वह हिंदी और इंग्लिश दोनों में से किसी भी भाषा में दिया जा सकता है अगर आप हिंदी में देना चाहे तो आप हिंदी में दे सकते हैं और अगर आप इंग्लिश में एग्जाम देना चाहे तो इंग्लिश में टाइप दे सकते है| दूसरा पॉइंट है इंस्टीट्यूट स्टडी मैटेरियल केवल इंग्लिश नहीं आता है और हिंदी माध्यम के जो छात्र हैं उन्हें प्राइवेट हिंदी बुक से पढ़ाई करनी पड़ती है जो आपको स्टडी मैटेरियल मिलेगा वह इंग्लिश में मिलेगा लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आप हिंदी में दें तब आपको प्राइवेट हिंदी बुक से पढ़ाई करनी पड़ेगी ( आपको बुक हिंदी में खुद ही खरीदनी पड़ेगी बाजार से ) |
सीएस एग्जाम में क्वालीफाइंग मार्क्स
सीएस एग्जाम क्लियर करने के लिए आपके पास हर सब्जेक्ट में कम से कम 40 परसेंट मार्क्स और पूरे ग्रुप में कम से कम 50 % मार्क्स लाने जरूरी है और दूसरा पॉइंट है अगर स्टूडेंट किसी भी सब्जेक्ट में 60% मार्क्स ले आता है तो उस विषय को क्लियर कर लेता है लेकिन कम से कम उसे 25% लाना जरूरी है और इसके बाद अगर हम बात करें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग की एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम या फिर प्रोफेशनल प्रोग्राम क्लियर करने के बाद स्टूडेंट को 15 महीने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (इंटर्नशिप) करनी होती है | यह ट्रेनिंग किसी कंपनी या किसी प्रैक्टिसिंग कंपनी सेक्रेट्री के अंदर की जाती है |
अगर हम ट्वेल्थ के बाद सीएस कोर्स करना चाहते हैं तो हम किस प्रकार से कर सकते हैं ?
अगर आप ट्वेल्थ के बाद सीएस कोर्स करना चाहते हैं तो आपको तीनों ही स्टेज पास करने होंगे
- सबसे पहला स्टेज फाउंडेशन प्रोग्राम
- दूसरा स्टेट एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम
- तीसरे स्टेज प्रोफेशनल प्रोग्राम
तीनो ही आपको पास करना जरूरी है उसके बाद 15 महीने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग करनी पड़ेगी एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम खत्म होने के बाद ट्रेनिंग के लिए इंस्टिट्यूट आपको उन कंपनीस में से किसी एक को चुनने को कहेगी जो आपके पास लिस्टेड है अगर आप ग्रेजुएशन के बाद सीएस कोर्स करते हो फिर आपको फाउंडेशन कोर्स करने की जरूरत नहीं है अगर आप ग्रेजुएशन के बाद सीएस कोर्स करते हो तब आपको फाउंडेशन प्रोग्राम से एग्जाम है इसे क्लियर करने की जरूरत नहीं होती है डायरेक्ट आपको एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम पर स्टार्ट करना होता है और उसके बाद फिर प्रोफेशनल प्रोग्राम और उसके बाद आपकी ट्रेनिंग तो इस तरीके से आप ग्रेजुएशन के बाद भी कर सकते हैं सीएस और ट्वेल्थ के बाद भी कर सकते हैं |
सीएस प्रोफेशनल एग्जामिनेशन के पास होने के बाद और ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद स्टूडेंट को आइसीएसाई के एसोसिएट मेंबर के रूप में एडमिट किया जाएगा जिसके बाद स्टूडेंट अपने नाम के पहले (एसीएस) एसोसिएट कंपनी सेक्रेटरी लगा सकते हैं | प्रोफेशनल एग्जाम को जवाब पास कर लेते हैं आपकी ट्रेनिंग क्लियर हो जाती है फिर आप अपने नाम के आगे एसीएस लगा सकते हैं ऐसी एस की फुल फॉर्म में एसोसिएट कंपनी सेक्रेटरी एग्जाम साल में दो बार आते हैं जून में और दिसंबर में ही आपको पता ही है सीएस फाउंडेशन के लिए रजिस्ट्रेशन पूरे साल ओपन रहता है आप किसी भी महीने में रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं जिन्होंने मार्च तक एडमिशन लिया है वह फाउंडेशन का एग्जाम दिसंबर में उसी साल तक दे सकते हैं और जिन्होंने सितंबर तक एडमिशन लिया है वह अगले साल जून तक एग्जाम दे सकते हैं तो यह है इसका एग्जाम का प्रोसेस और इस तरीके से आप कर सकते हैं ट्वेल्थ के बाद सीएस कोर्स |
सीएस की सैलरी
सीएस का वेतन क्या होता है तो कंपनी सेक्रेटरी का काम बड़े ही जिम्मेदारियों वाला होता है जैसा कि हमने पहले ही जान लिया वह किसी भी कंपनी का एक प्रमुख अंग माना जाता है वह कंपनी का सेक्रेटरी नहीं होता है इसलिए उसकी सैलरी भी उसके अनुसार ही होती है सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में शुरुआत में कंपनी सेक्रेटरी का वेतन ₹2,00,000 से ₹3,00,000 के आसपास होती है और अगर बात करें मल्टीनेशनल कंपनी की तो यह पैकेज ₹5 लाख से ₹6 लाख तक का होता है इसके बाद जैसे-जैसे आप का एक्सपीरियंस पड़ता है कंपनी सेक्रेटरी भी बढ़ाई जाती है | एक्सपीरियंस के बाद आपकी सैलरी 14 से 20 लाख सालाना तक जा सकती है इसके अलावा कंपनी सेक्रेटरी बतौर सलाहकार भी प्रैक्टिस कर सकते हैं जिसमें काफी अच्छी कमाई हो सकती है इसमें हर एक हायरिंग ₹70000 से ₹74000 तक मिल सकते हैं |
तो यह है एक कंपनी के सेक्रेटरी का वेतन, इनका काम भी बड़ी जिम्मेदारियों वाला होता है इसलिए इनकी सैलरी भी काफी अच्छी होती है तो अगर आप इस कोर्स को कर लेते हैं तो इसमें आपका फ्यूचर काफी अच्छा बन सकता है |
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