KVS Free Admission RTE बच्चों को विद्यालय से क्या क्या फ्री मिलता है?
आज के इस आर्टिकल में हम बात करने जा रहे हैं की KVS Free Admission RTE बच्चों को विद्यालय से क्या क्या फ्री मिलता है? (RTE – Right to Education) शिक्षा का अधिकार के तहत बालक या बालिका को स्कूल की तरफ से क्या-क्या मिलता है | साथ ही हम इससे जुड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा करेंगे तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से |
आरटीई से संबंधित हम निम्नलिखित बातों पर चर्चा करेंगे |
- स्कूल की तरफ से क्या-क्या फ्री मिलता है?
- किस सुविधाओं का लाभ मिलता है?
- आरटीई के नियम क्या है?
आरटीई के नियम क्या है?
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आरटीई के तहत यानी के शिक्षा के अधिकार के तहत किसी भी प्राइवेट या सरकारी स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक के बालक बालिकाओं को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है |
- प्राइवेट स्कूल आरटीई के एडमिशन के तहत किसी भी छात्र से पैसे नहीं ले सकता है उसका सारा खर्चा सरकार देगी | प्राइवेट स्कूलों के नियम में कुछ बदलाव हो सकते हैं लेकिन वह आरटीआई का पालन जरूर करेंगे |
- नियम यह कहता है कि यदि किसी बालक या बालिका किसी प्राइवेट स्कूल में आरटीई के तहत एडमिशन हो जाता है तो वह स्कूल उस बालक या बालिका से किसी भी प्रकार का कोई शुल्क वसूल नहीं कर सकता है सरकार प्राइवेट स्कूल के अकाउंट में बच्चों की फीस भेज देती है इस वजह से प्राइवेट स्कूल आरटीई के तहत एडमिशन के बच्चों से प्रवेश शुल्क या किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं ले सकते हैं |
- स्कूल में पढ़ रहे बालक बालिकाओं के बीच भेदभाव नहीं होगा जो फिर दे रहे हैं और फीस नहीं देकर पढ़ रहे हैं उनके बीच |
स्कूल की तरफ से क्या-क्या फ्री मिलता है?
- यदि आरटीई के तहत किसी भी स्कूल में चाहे वह प्राइवेट स्कूल हो या फिर सरकारी स्कूल हो, स्कूल उनसे शुल्क वसूल नहीं कर सकती है और स्कूल द्वारा निम्नलिखित सुविधाएं आरटीई के तहत बच्चों को प्रदान की जाती हैं |
- स्कूल की तरफ से जो फीस निर्धारित की गई है वह फीस प्राइवेट स्कूलों के अकाउंट में सरकार द्वारा भेज दी जाती है |
- सरकार द्वारा आरटीआई के तहत एडमिशन के बच्चों को किताबों का खर्च भी दिया जाता है और जो किताबें स्कूल द्वारा दी जाती हैं वह भी निशुल्क दी जाएंगी |
- प्राइवेट स्कूल में आपको गिने चुने ही लाभ मिलेंगे लेकिन सरकारी स्कूल में आपको सरकार की तरफ से सभी प्रकार के लाभ व सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाएंगी | जैसे की किताबें, ड्रेस आदि
प्राइवेट स्कूल क्या-क्या बहाने बना सकता है?
प्राइवेट स्कूल ज्यादातर बहाना बनाते हैं और आरटीई के तहत एडमिशन लेने से बसते हैं और कई बार अभिभावकों से उनकी बहस भी हो जाती है तो चलिए जानते हैं कि प्राइवेट स्कूल किस प्रकार बहाने बना सकते हैं |
- सरकार द्वारा जो पैसा भेजा जाता है वह कम है और इस छात्र की पढ़ाई का खर्च ज्यादा है क्योंकि हम यहां ज्यादा फैसिलिटी दे रहे हैं | (कुछ हद तक यह बात सही है)
- सरकार के नियमों के तहत बच्चों को जो फीस देनी चाहिए उतनी सरकार अपने हिसाब से प्राइवेट स्कूल के बैंक अकाउंट में भेज देती है |
- यदि आप आरटीई के तहत एडमिशन ले रहे हैं तो आपको प्रवेश शुल्क देना होगा (फॉर्म भरने का शुल्क) जबकि अभिभावकों को किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना है |
प्राइवेट स्कूल RTE Admission के तहत सुविधाएं
- यहां पर केवल फीस मिलती है और जो किताबें होती हैं उनका राशि मिलती है उसके अलावा और कोई शुल्क नहीं मिलता है जैसे की ड्रेस का शुल्क, ट्रांसपोर्ट का चार्ज आदि |
- नियमों में यह कहीं नहीं कहा गया है कि आरटीआई के तहत पढ़ रहे बालक या बालिकाओं से ट्रांसपोर्ट का शुल्क नहीं लिया जाएगा इसीलिए प्राइवेट स्कूल बच्चों से ट्रांसपोर्ट का शुल्क ले सकते हैं |
- प्राइवेट स्कूल की तरफ से ड्रेस का शुल्क नहीं दिया जाता है क्योंकि सरकार इसका पैसा प्राइवेट स्कूल को नहीं देती है | ड्रेस का सारा खर्चा अभिभावकों को खुद उठाना होता है |
आरटीई के तहत प्राइवेट स्कूल को सरकार कितना पैसा भेजा जाता है?
जब हम मार्केट से बच्चों की किताबें खरीदते हैं तब हमारे लगभग 1000 रुपए उठ जाते हैं जिसमें हमारी किताबे आती हैं नोटबुक आती है और पेन, पेंसिल आदि आते हैं |
- आपको यह जानकर बहुत आश्चर्य होगा कि राज्य सरकार प्राइवेट स्कूलों को कितना रुपया देती है जब यह बात इंटरनेट पर सर्च की गई तब एक pdf सामने आई जिसमें लिखा हुआ था कि सरकार द्वारा कक्षा 1 के बच्चों की किताब के खर्च के लिए मात्र ₹112 सालाना दिए जाते हैं | यकीन नहीं होता तो आप इस वीडियो को देखिये
- अभिभावकों से निवेदन है कि प्राइवेट स्कूलों की बात सुने समझे और उनसे अपना मसला साझा करें और जिस पर दोनों की सहमति हो वह बात आगे बढ़ाई जाए |
- यह सारा मसला प्राइवेट स्कूलों में होता है जबकि सरकारी स्कूलों में आपको किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होता है लेकिन बच्चो की पढ़ाई के लिए लोग ज्यादातर प्राइवेट स्कूलों की ओर जाते हैं |
- प्राइवेट स्कूलों के लिए एक संदेश है यदि वह इस को गंभीरता से लेते हैं तो सही है नहीं तो आप पर कार्यवाही भी की जा सकती है और वह बात यह है कि आप किसी भी अभिभावक से एक्स्ट्रा शुल्क नहीं ले सकते हैं (RTI प्रवेश शुल्क भी नहीं) यदि अभिभावक ने आपकी शिकायत कर दी तब आपका स्कूल बंद किया जा सकता है | स्कूल पर जुर्माना लगाया जा सकता है और स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई हो सकती है |
- ज्यादातर देखा गया है कि कक्षा 1 के छात्र का पूरे साल का खर्च लगभग 20,000 के आस पास होता है लेकिन सरकार 15,000 तक का खर्च प्राइवेट स्कूलों को देती है | वह भी समय पर नहीं |
आशा है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और आप के लगभग सभी प्रश्नों के उत्तर आपको मिल गए होंगे यदि आपके मन में किसी प्रकार का कोई सवाल है तो कृपया कमेंट करें हम आपके प्रश्नों का उत्तर तुरंत देने का प्रयास करेंगे धन्यवाद |
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